हरियाणा

ग्रामीण को दो माह का भेजा 78 लाख रुपये का बिजली बिल

निगम कार्यालय जाने पर अधिकारियों ने तुंरत बिल को किया ठीक

सत्यखबर, सोनीपत (संजीव कौशिक) – हरियाणा बिजली वितरण निगम के गोहाना शहरी सब डिवीजन की एक बार फिर से बड़ी लापरवाही सामने आई है। निगम की ओर से गांव गढ़ी उजाले खां के एक ग्रामीण उपभोक्ता का दो महीने का बिजली का बिल लगभग 78 लाख रुपये भेज दिया है। बिजली निगम में पहुंचने पर ग्रमीण के बिल को ठीक कर 600 रुपये कर दिया गया। गांव गढ़ी उजाले खां निवासी सत्यवान पुत्र रामधन ने शहर के मुख्य बाजार में रोहतक गेट के राजेंद्रा टेलर्ज के पास कारीगर के तौर पर काम करता है। गोहाना सिटी सब डिवीजन ने 12 अपै्रल को सत्यवान को दो महीने का बिजली बिल भेजा है। उन्होंने कहा कि बिजली के बिल की राशि लगभग 78 लाख रुपये थी। ऐसे में सत्यवान दंग रह गया। सत्यवान ने बताया कि बिल की नई रीडिंग कम और पुरानी रीडिंग ज्यादा है। नई रीडिंग जहां 685 दिखाई गई है, वहीं पुरानी रीडिंग 709 दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि दोनों रीडिंग के अंतर की गणना करने में 9,99,985 यूनिट दिखाई गई है। सत्यवान ने कहा कि बिल के भुगतान की अंतिम तिथि 30 अप्रैल है। ड्यू डेट तक चुकाने पर 76,19,926 रुपये और उसके बाद भरने पर 78,44,024 रुपये भरने होंगे। इतनी बड़ी बिल की राशि देने के बाद पूर्व खंड पार्षद रोहतास अहलावत ने कहा कि 4 साल पहले गढ़ी उजाले खां गांव के ही एक टेलर कारीगर ओम प्रकाश कश्यप की ज्यादा बिल आने के सदमे से मौत ही हो गई थी। ओम प्रकाश कश्यप मेन बाजार के शिवम टेलर्ज पर कारीगर था। उसका बिल 45 हजार रुपये आया था। बिल को देख कर वह सदमे में आ गया और उसकी मौत हो गई थी। ऐसे में इतनी राशि का बिल देकर अगर सत्यवान को कुछ हो जाता तो इसका जिम्मेवार कौन होता? सत्यवान के साथ पूर्व पार्षद रोहताश अहलावत जब निगम कार्यालय पहुंचे तो एसडीओ संजीत कुमार ने उनके बिल को ठीक करवाकर 600 रुपये करा दिया। उन्होंने इसमें कंप्यूटर की गलती बताई।

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